Wednesday, March 16, 2011

बच्चो की दुनियाँ






बच्चो की दुनियाँअजीब सकून देने वाली होती है.देख कर लगता है की अभी कल की ही बात है.उनकेबड़े होने का सुख  अपने बुजुर्ग होने का अहसास कराता है.अपने बचपन की हालत देखकर वे भी प्रफुल्लित होते है.
इनके बाल्यकाल के सुहाने निर्दोष चेहरे ,आँखे तथा लोगों को निहारना अद्भुत लगता है.
गिरते पड़ते  ठुमक चाल में अजीब सम्मोहन होता है,जो हर देश काल,मौसम और परिस्थिति में जादू सा असर करता है.
 सभी तरह के दुःख चिंता इत्यादि से दूर-दूर तक इनका कोई नाता नहीं .
अपना शरीर ठीक से संभल नहीं पाता लेकिन  हर छोटे बालक को अपनी गोद में लेने को तैयार बैठे है.ज़रा भी मना किये किइनका चेहरा उदास हुआ.
 तुरंत मनाने पर इनकी मुस्कराहट,खिलखिलाहट  भी मिल जाती है 

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